Amazing Fact: ’ हैट्रिक’ एक ऐसा शब्द जिसे हर कोई अपने करियर के नंबर गेम में जोड़ना चाहता है। चाहे पढ़ाई हो या खेल हैट्रिक (Hat-trick) एक बहुत ही खास उपलब्धि है। क्रिकेट में भी हैट्रिक का कमाल हम देखते आ रहे हैं, वो चाहे सिक्सर की हैट्रिक हो या टीम के जीत की हैट्रिक, लेकिन इसका सबसे लजीज़ ज़ायका तो एक गेंदबाज के लिए विकेट की हैट्रिक में होता है। हर एक गेंदबाज अपने करियर में लगातार 3 गेंदों पर 3 विकेट लेने की उपलब्धि जोड़ना चाहता है। और अब तक के इतिहास में हमने खूब हैट्रिक बनते देखी हैं।
Amazing Fact: एक अनोखी हैट्रिक, जो ना सुना होगा, ना देखा होगा आपने
इंटरनेशनल क्रिकेट इतिहास में अब तक 140 से ज्यादा हैट्रिक हो चुकी हैं, जिसमें टेस्ट क्रिकेट में 46 हैट्रिक, वनडे क्रिकेट में 49 और टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में 43 हैट्रिक को गेंदबाज अंजाम दे चुके हैं। इनमें से हमने खूब हैट्रिक बनते हुए देखा है, लेकिन इनमें से एक ऐसी अद्भुत, अनोखी और अविश्वसनीय हैट्रिक है, जिसे ना तो आपने कभी देखा होगा और ना ही सुना होगा, आज हम आपके सामने इसी अनोखी हैट्रिक की कहानी बताते हैं।
3 विकेट, 3 गेंद, 3 ओवर और 2 पारियां… हैरतअंगेज कमाल
एक ऐसी हैट्रिक जिसमें एक गेंदबाज ने लगातार 3 विकेट लगातार तो झटके लेकिन ये कमाल अलग-अलग 3 ओवर में ही नहीं बल्कि 2 अलग-अलग पारियों में किया गया, सोच में पड़ गए ना आप…. लेकिन ये सही है, एक गेंदबाज ने 3 विकेट, 2 पारियों के 3 ओवर में झटके, भले आप यकिन करें ना करें, लेकिन ये अनोखा कारनामा ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ने अंजाम दिया है।
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ऑस्ट्रेलिया के मर्व ह्यूज ने 3 ओवर की 3 गेंद में झटके 3 विकेट
चलिए अब हम इस पूरी हैट्रिक की कहानी की ओर चलते हैं और आपको बताते हैं आखिर कब, कैसे और कौनसे गेंदबाज ने इस हैरतअंगेज हैट्रिक को अंजाम दिया। एक बिल्कुल अनोखा कारनामा टेस्ट क्रिकेट में देखने को मिला। साल 1988 की बात है, जब ऑस्ट्रेलिया के पर्थ क्रिकेट ग्राउंड में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच एक टेस्ट मुकाबला खेला गया। ये टेस्ट मैच अपनी अनोखी हैट्रिक के लिए इतिहास में दर्ज हो गया।
लीजेंड क्रिकेटर विव रिचर्डसन की कप्तानी में वेस्टइंडीज की टीम इस टेस्ट मैच में पहले खेलने उतरी। विंडीज ने पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 449 रनों का स्कोर खड़ा किया, जिसमें कप्तान विव रिचर्डसन ने 146 रन की जबरदस्त पारी खेली। कैरेबियाई पूरी टीम 124वें ओवर में आउट हुई। इसमें ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मर्व ह्यूज ने 5 विकेट झटके।
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1987 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मर्व ह्यूज ने किया ये कारनामा
जिसमें पारी के 122 ओवर की आखिरी गेंद पर उन्होंने कर्टली एम्ब्रोस को आउट किया, तो अपने अगले और पारी के 124वें ओवर की पहली गेंद पर पैट पेटरसन को चलता कर वेस्टइंडीज की पहली पारी खत्म की। मर्व ह्यूज यहां तक एक ओवर की अंतिम गेंद और अपने अगले ओवर की पहली गेंद पर लगातार विकेट ले चुके थे, यानी वो दो अलग-अलग ओवर में 2 लगातार गेंद में 2 विकेट झटक चुके थे।
अब बारी ऑस्ट्रेलिया की जिन्होंने अपनी पहली पारी को 8 विकेटपर 395 रन के स्कोर पर घोषित किया। तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी घोषित होने के बाद वेस्टइंडीज की टीम अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी। पहली पारी में 5 विकेट लेने वाले मर्व ह्यूज दूसरी पारी में पहला ओवर करने आए। सामने सलामी बल्लेबाज गॉर्डन ग्रिनिज थे, जो ह्यूज की पहली ही गेंद पर आउट हो गए। इसके साथ ही मर्व ह्यूज ने हैरतअंगेज कारनामें को अंजाम देते हुए लगातार तीसरी गेंद पर विकेट झटका। यानी उनकी हैट्रिक दूसरी पारी में अंजाम तक पहुंची।
इसके साथ ही वो टेस्ट क्रिकेट में 3 अलग-अलग ओवर और 2 अलग-अलग पारियों में 3 लगातार विकेट लेकर हैट्रिक करने वाले गेंदबाज बन गए और इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा लिया। तो है ना ये अनोखी हैट्रिक…. इस मैच को तो ऑस्ट्रेलिया 169 रनों से हार गया, लेकिन उनके गेंदबाज की ये हैट्रिक इतिहास में दर्ज हो गई।