Sachin Tendulkar: क्रिकेट गलियारों में बच्चा-बच्चा क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर का नाम जानता है। क्रिकेट जगत के सर्वकालिन इतिहास में भारत के मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का नाम सबसे पहले लिया जाता है, जिन्होंने अपने 24 साल के इंटरनेशनल करियर में कई नायाब कीर्तिमान स्थापित किए और इसी वजह से उन्हें रिकॉर्ड पुरुष कहा जाता है।
सचिन तेंदुलकर को माना जाता है गॉड ऑफ क्रिकेट
भारत का राष्ट्रीय खेल भले ही हॉकी को माना जाता है, लेकिन क्रिकेट यहां पर किसी धर्म से कम नहीं है, जब क्रिकेट के इस धर्म के सबसे बड़े भगवान की बात करें तो यहां सचिन रमेश तेंदुलकर को भगवान मानकर क्रिकेट प्रशंसक पूजा करते हैं। सचिन तेंदुलकर का नाम ना केवल भारत बल्कि पूरे क्रिकेट जगत में जाना जाता है, तभी तो इन्हें गॉड ऑफ क्रिकेट कहा जाता है।
आज के दौर में भारत में भले ही बच्चों के नाम सचिन के नाम पर नहीं रखे जाते हैं, लेकिन नाइटीज़ का वो दौर था, जब इस लीजेंड प्लेयर के नाम पर बच्चों के नाम रखे जाते थे, तो साथ ही भारत में क्रिकेट को वास्तविक पहचान भी इसी दिग्गज बल्लेबाज के कारनामों से मिली है।
सचिन तेंदुलकर का नाम क्यों पड़ा सचिन
अब आपको बताते हैं आखिर जिस सचिन के नाम पर बच्चों के नाम रखे जाते थे, आखिर उसी सचिन तेंदुलकर का नाम उनके परिवार ने ‘सचिन’ ही क्यों रखा? आखिर किसने सुझाया ये नाम? क्यों सचिन तेंदुलकर के पिता और उनके परिवार को ये नाम पसंद आया? इसके पीछे भी बहुत ही दिलचस्प वजह है।
पिता रमेश तेंदुलकर ने संगीतकार सचिन देवबर्मन के नाम पर रखा बेटे का नाम
24 अप्रेल 1973 को महाराष्ट्र के एक मराठी ब्राह्मण परिवार रमेश तेंदुलकर और रजनी तेंदुलकर के घर पर हुआ। किलकारियां गुंजने के बाद इस बच्चे के नामकरण की बारी आयी, तो उनके पिता ने उनका नाम सचिन रखा। हम आज जिस सचिन तेंदुलकर को जानते हैं उनका नाम भी उनके दौर की एक बहुत लोकप्रिय शख्सियत के नाम पर रखा गया है। दरअसल उस दौर के दिग्गज संगीतकार सचिन देवबर्मन साहब क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के पिता रमेश तेंदुलकर के सबसे पसंदीदा संगीतकारों में से एक थे। उनके पिता ने अपने इस सबसे चहेते कलाकार के नाम की गूंज खुद के घर में स्थापित करते हुए अपने छोटे बेटे का नाम ही सचिन रख दिया।
सचिन रमेश तेंदुलकर जिन्हें आज पूरा क्रिकेट जगत सबसे महानतम बल्लेबाजों में से एक के रूप में जानता है, उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए एक अभूतपूर्व योगदान दिया। इस दिग्गज खिलाड़ी के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा रन हैं, तो साथ ही उन्होंने सबसे ज्यादा मैच भी खेले हैं, तो वहीं इस स्तर पर शतकों का शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं। भले ही टीम इंडिया की आन-बान और शान सचिन के संन्यास को 10 साल होने को हैं, लेकिन इनका रूतबा ऐसा रहा है कि आने वाले सालों तक कायम रहेगा।