Mukesh Kumar: जब पूरे मन से अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर मेहनत की गई हो, तो पूरी कायनात अपने सपने को पूरा करने में जुट जाता है। सपने ऐसे ही पूरे नहीं होते, इसके लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है, ऐसा ही कुछ बिहार के रहने वाले तेज गेंदबाज मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) के साथ हुआ। जिन्होंने अगले महीनें वेस्टइंडीज (West Indies) के दौरे के लिए टीम इंडिया (Team India) का टिकट हासिल कर लिया है और वो अब टीम के साथ सात समंदर पार कैरेबियाई दौरे के लिए जाकर अपने सपने को पूरा करेंगे।
Mukesh Kumar: टीम इंडिया में मुकेश कुमार को मिली जगह
जी हां…भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के आगामी वेस्टइंडीज टूर (West Indies Tour) के लिए टीम का चयन किया गया। शुक्रवार को जब दोपहर में भारतीय क्रिकेट टीम के सेलेक्शन पैनल ने जब वेस्टइंडीज के दौरे के लिए टेस्ट और वनडे टीम का स्क्वॉड जारी किया, जहां दोनों ही टीमों में मुकेश कुमार का नाम शामिल किया, इसे देखते ही इस युवा खिलाड़ी के सपने को पूरा होने बड़ा मौका मिल गया है। बिहार के मूल निवासी और बंगाल क्रिकेट टीम से खेलने वाले मुकेश कुमार और उनके परिवार के लिए ये एक बहुत बड़ी खुशी का पल है।
मुकेश कुमार की कहानी है बड़ी संघर्षपूर्ण
मुकेश कुमार को वैसे इससे पहले भी इसी साल श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में स्क्वॉड में शामिल किया गया था, लेकिन तब उन्हें डेब्यू का मौका नहीं मिल सका था, लेकिन इस विंडीज दौरे पर माना जा रहा है कि उनका पहला इंटरनेशनल मैच खेलना तय है। बिहार के एक छोटे से गांव से होते हुए टीम इंडिया के सफर की कहानी बहुत ही संघर्ष भरी रही है, तो चलिए अब आपको बताते हैं मुकेश कुमार के अब तक के संघर्ष की पूरी कहानी, जो आपको कर देगी भावुक…
बिहार के छोटे से गांव से टीम इंडिया का सफर नहीं रहा आसां
12 अक्टूबर 1993 को बिहार के गोपालगंज जिले के एक छोटे से गांव काकड़कुंड में काशीराम सिंह के घर पर मुकेश कुमार का जन्म हुआ। उन्हें शुरुआत से ही क्रिकेट खेलने का शौक रहा है, लेकिन घर की माली हालात बहुत ही खस्ता थी। उनके पिता काशीराम कोलकाता में ऑटो चलाकर घर का गुजारा किया करते थे। इस हालात में मुकेश कुमार के लिए आगे बढ़ना काफी मुश्किल दिख रहा था। क्रिकेट के शौक को उन्होंने जुनून में बदलने की कोशिश की और उनकी ये मेहनत तब रंग लायी, जब उनकी काबिलियत ने उन्हें बिहार की अंडर-19 टीम में स्थान दिला दिया।
पिता चलाते थे कोलकाता में ऑटो, बेटे को बिहार से पैसा कमाने बुलाया कोलकाता
लेकिन परिवार का भरण-पोषण करना उनके पिता के लिए काफी मुश्किल हो रहा था, इसी कारण पिता काशीराम ने मुकेश कुमार को कमाने के लिए कोलकाता बुला लिया। वहां उन्होंने वहां पर क्रिकेट खेलना भी जारी रखा और साथ ही अपने पिता के चाहने पर सीआरपीएफ की तैयारी भी की। सेना में नौकरी के लिए मुकेश ने प्रयास जरूर किया, लेकिन वो वहां पर मेडिकल टेस्ट को पास नहीं कर सके। इसके बाद पैसों की जरूरत को देखते हुए उन्होंने कोलकाता में क्लब क्रिकेट की तरफ ध्यान देना शुरू किया, जहां उन्हें 500 रूपये प्रति मैच मिल जाते थे।
उनके क्रिकेट सफर को लेकर उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि, “मैंने कोलकाता में क्रिकेट क्लब में अपना नाम लिखवाया, इस दौरान चोट भी लगी तब पापा ने मुझसे कहा था कि ऐसा कब तक चलता रहेगा, 1 साल गुजर गया है, इसके बाद मैंने पापा से 1 साल का समय और मांगा और इस एक साल में मैंने जी तोड़ मेहनत की और रणजी टीम में सेलेक्ट हो गया। “
पिता के निधन के बाद भी नहीं टूटे मुकेश, मेहनत को रखा जारी
मुकेश कुमार ने अपनी कोशिशें जारी रखी और आखिरकार 2014 में बंगाल क्रिकेट के ट्रायल में शामिल हुए। यहां पर उनकी प्रतिभा की पहचान कोच रानादेब बोस ने की। जिन्होंने बंगाल क्रिकेट के कार्यक्रम विजन 2020 के तहत तब के कैब अध्यक्ष सौरव गांगुली से गुजारिश की, कि मुकेश को रणजी में बंगाल की टीम में मौका दिया जाए। इसके बाद 2015 में उन्हें हरियाणा के खिलाफ डेब्यू करने का मौका मिल गया।
इसके बाद इस खिलाड़ी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार शानदार प्रदर्शन करते रहे। इसी बीच साल 2019 में उनके पिता का ब्रेन स्टेक के कारण निधन हो गया, लेकिन वो टूटे नहीं और अपनी मेहनत को जारी रखा।
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2022 के रणजी में बेहतर प्रदर्शन के बूते बनायी इंडिया-ए में जगह
2022 के रणजी सीजन में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिसके बाद उन्हें इसी साल भारत-ए के लिए खेलने का मौका मिल गया। इसके बाद उन्हें जल्द ही 2023 की शुरुआत में श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए टीम इंडिया में शामिल किया गया, लेकिन वहां वो डेब्यू नहीं कर सके। इससे पहले ही दिसंबर 2023 में आईपीएल के ऑक्शन में दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें अपने पाले में किया था। इस आईपीएल में उन्हें ज्यादा विकेट तो नहीं मिल सके, लेकिन बहुत ही प्रभावशाली गेंदबाजी की थी। आखिरकार 39 प्रथम श्रेणी मैचों में 149 विकेट ले चुके मुकेश कुमार को टीम इंडिया की टेस्ट और वनडे स्क्वॉड में मौका मिल गया। अब मुकेश कुमार