Yashasvi Jaiswal Century on Debut: टीम इंडिया (Team India) के युवा प्रतिभाशाली बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ही शतक ठोक दिया है। वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ खेली जा रही 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले ही टेस्ट मैच के दूसरे दिन यशस्वी जायसवाल ने कमाल की पारी खेलते हुए शतक जड़ा है। इसके साथ ही ये युवा स्टार बल्लेबाज भारत के लिए डेब्यू पर शतक जड़ने वाला 17वें बल्लेबाज बना तो वहीं वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले ही टेस्ट में शतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज बने।
Yashasvi Jaiswal Century on Debut: डेब्यू मैच में ही यशस्वी भवः
कैरेबियाई सरजमीं पर यशस्वी जायसवाल को टेस्ट सीरीज के लिए मौका दिया गया। पिछले कुछ समय से घरेलू क्रिकेट के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद इसी साल आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) की तरफ से खेलते हुए शानदार गेम को देखकर उन्हें टीम इंडिया का टिकट दिया गया। इस मिले मौके का भरपूर फायदा उठाते हुए उन्होंने डोमिनिका के विंडसर पार्क स्टेडियम में खेले जा रहे पहले ही टेस्ट मैच में सैकड़ा जड़ दिया।
अपने पहले ही टेस्ट में शतक बनाने के बाद भावुक हुए यशस्वी
यशस्वी जायसवाल इस टेस्ट मैच के दूसरे दिन भी नाबाद पैवेलियन लौटे, जिन्होंने 215 गेंद पर अपना शतक पूरा किया था, तो दिन के खेल के खत्म होने तक वो 350 गेंदों में 14 चौको की मदद से 143 रन बनाकर नाबाद खेल रहे हैं। जिनसे तीसरे दिन एक बड़ा स्कोर करने की उम्मीद है। जायसवाल अपने पहली ही इंटरनेशनल पारी में शतक बनाने के बाद काफी भावुक हो गए।
21 साल का ये युवा बल्लेबाज शतक लगाने के बाद दिन का खेल खत्म होने पर इस पल को लेकर इमोशनल हो गए। जहां उन्होंने अपने इस शतक को अपने माता-पिता को समर्पित किया है, तो साथ ही उन्होंने बहुत ही दिल छू लेने वाली बात की।
शतक को किया माता-पिता को समर्पित
दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद उन्होंने कहा कि, “जाहिर तौर पर यह पल मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत ही इमोशनल था। साथ ही उन सभी लोगों के लिए जिन्होंने मुझे हर तरीके से मदद की। यह लंबा सफर रहा है। मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मेरी किसी भी तरह से मदद की है। यह शतक मैं अपने माता-पिता को समर्पित करना चाहता हूं । मेरी लाइफ में उनका बड़ा योगदान रहा है। यह तो शुरुआत है, अभी और आगे जाना है। भगवान हैं… तो बस। ज्यादा नहीं बोलना चाहूंगा।“
कड़े संघर्ष के बाद यहां तक पहुंचा है ये युवा खिलाड़ी
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले यशस्वी जायसवाल ने अपने करियर में काफी संघर्ष किया है, जिन्होंने कईं रातें प्रैक्टिस और पैसों की तंगी के कारण टेंट में गुजारी तो वहीं उन्होंने मुंबई जैसे बड़े शहर में खुद का गुजारा करने के लिए गोल-गप्पे भी बेचे। अब जाकर इस कड़े संघर्ष के बाद उन्हें टीम इंडिया में मौका मिल गया है और उन्हें भारतीय क्रिकेट के भविष्य का सितारा माना जा रहा है।