CRIC SPECIAL: क्रिकेटर्स की रियल लाइफ को लेकर खूब फिल्में बनती हैं। जिसमें भारतीय क्रिकेट(INDIAN CRICKET) के महान क्रिकेटर्स रहे सचिन तेंदुलकर(SACHIN TENDULKAR) से लेकर महेन्द्र सिंह धोनी(MS DHONI), सौरव गांगुली, कपिल देव, मोहम्मद अजहरूद्दीन यहां तक की झूलन गोस्वामी पर भी बायोपिक बन रही है। क्रिकेटर्स की रियल लाइफ को तो फिल्मी दुनिया में रिल में बदलते खूब देखा जा सकता है, लेकिन क्या आपने ऐसा देखा है कि किसी रिल स्टोरी के कास्ट जैसी किसी क्रिकेटर्स की रियल लाइफ भी हो सकती है। शायद नहीं…
CRIC SPECIAL: लगान फिल्म के ‘कचरा’ जैसी है नाथन लियोन की कहानी
आज हम आपको ऐसे ही एक क्रिकेटर से रूबरू करवाने जा रहे हैं, जिसकी रियल लाइफ में बॉलीवुड की रिल स्टोरी के एक कास्ट जैसी ही शुरुआत हुई और वो आज एक बहुत ही खतरनाक क्रिकेटर के रूप में स्थापित हो चुका है। हम यहां पर बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिन गेंदबाज नाथन लियोन(NATHAN LYON) की, जिसकी कहानी साल 2001 में बॉलीवुड की एक सुपरहिट फिल्म के एक कास्ट के रोल को वास्तविकता में बदल रही है।
भारतीय सिनेमा जगत में करीब 2 दशक पहले एक फिल्म ‘लगान’(LAGAAN MOVIE) आयी थी, जो बहुत ही सुपरहिट साबित हुई थी। इस फिल्म में स्टार एक्टर आमिर खान के लीड रोल में अलग-अलग कास्ट ने अपना अभिनय किया जिसमें एक कास्ट था ‘कचरा’…. शायद इस मूवी को देखने वाले हर एक को ‘कचरा’ याद ही होगा। वो जिसने अपनी फिरकी से अंग्रेजों जमकर नचाया था और लगान माफ करने में एक खास रोल निभाया था।
नाथन लियोन टीम इंडिया के लिए बने काल, जानें कैसी है आनोखी कहानी
क्रिकेट जगत में आपने कईं क्रिकेटर्स की कहानी सुनी होगी। क्रिकेटर बनने से पहले हर किसी की अपनी अलग-अलग कहानी होती है। इसमें कंगारू स्पिन गेंदबाज नाथन लियोन की कहानी बहुत ही अनोखी है, ऐसी कहानी जिसके बारे में बहुत ही कम लोग जानते होंगे। इस दिग्गज स्पिन गेंदबाज के क्रिकेटर बनने की कहानी भी लगान फिल्म के कास्ट ‘कचरा’ की कहानी से मिलती-जुलती ही है।
जी हां… मौजूदा समय में अपनी फिरकी से बल्लेबाजों का काल बन गए नाथन लियोन इन दिनों चर्चा का केन्द्र बने हुए हैं। नाथन लियोन भारत और ऑस्ट्रेलिया(INDIA VS AUSTRALIA) के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी(BORDER-GAVASKAR TROPHY) में अपनी स्पिन गेंदबाजी से धमाल मचा रहे हैं। जहां दोनों ही टीमों के बीच इंदौर(INDORE TEST) में खेले गए टेस्ट मैच की दूसरी पारी में जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए 8 विकेट झटके। इतना ही नहीं वो 500 टेस्ट विकेट लेने के मुहाने पर खड़े हुए हैं।
2009 तक ग्राउंड्स स्टाफ का करते थे काम, एक दिन बदल गई किस्मत
नाथन लियोन ने 2009 तक कभी नहीं सोचा था कि वो ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के एक महान ऑफ स्पिन गेंदबाज बनेंगे। लेकिन ये वो साल था जब उनके करियर में टर्निंग पॉइंट आया और मैदान में पिच बनाने-बनाते और घास काटते-काटते बिना किसी ट्रेनिंग के आज एक बेहतरीन स्पिन गेंदबाज बन गए हैं। उनके क्रिकेटर बनने की कहानी लगान फिल्म के ‘कचरा’ की तरह ही है। अब आप सोच रहे होंगे कि लियोन का करियर आखिर कैसे शुरू हुआ।
डैरेन बैरी ने देखा नाथन लियोन का टैलेंट, फिर दी स्पेशल ट्रेनिंग
चलिए अब हम नाथन लियोन के करियर के फ्लेशबैक में जाते हैं। दरअसल साल 2009 में ऑस्ट्रेलिया के ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड एडिलेड में ग्राउंड स्टाफ की जॉब करते थे, जो पिच बनाने में पिच क्यूरेटर की मदद भी कर दिया करते थे। साथ ही घास काटते रहते और ग्राउंड की देखरेख किया करते थे। बात 2009 की है, जब ग्राउंड में बिग-बैश टूर्नामेंट के लिए टीमें वहां तैयारी कर रही थी।
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एक गेंद वहां पर काम कर रहे नाथन लियोन के पास पहुंची तो उन्होंने ऐसे ही एक स्पिन गेंद डाल दी। रेडबैक टीम के कोच डैरेन बैरी का ध्यान इस पर चला गया। उन्होंने लियोन के पास फिर से गेंद फेंक दी और गेंद डालने को कहा। नाथन लियोन ने फिर से गेंद डाली जिसका घुमाव देखकर डैरेन बैरी हैरान रह गए।
2011 में ऑस्ट्रेलिया की टीम में किया डेब्यू, ले चुके हैं 479 टेस्ट विकेट
फिर क्या था अब नाथन लियोन की भाग्य बदलने लगा और डैरेन बैरी ने उन्हें प्रोफेशनल ट्रेनिंग देना शुरू किया। बैरी उनकी काबिलियत से काफी प्रभावित हुए। देखते ही देखते नाथन लियोन को फरवरी 2011 में ऑस्ट्रेलिया की घरेलू क्रिकेट में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिल गया। इसके करीब 6 महीनों के बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया(AUSTRALIA) की नेशनल टीम का टिकट मिल गया और इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज लियोन 118 टेस्ट मैचों में 479 विकेट ले चुके हैं। उनकी गेंदबाजी का कहर इन दिनों टीम इंडिया देख रही है, जो स्पिन के लीडेंज बल्लेबाजों को भी अपनी फिरकी में ऐसे फंसा रहे हैं, मानों नौसिखिये बल्लेबाजों को फंसातें हो।
नाथन लियोन की कहानी वाकई में काफी दिलचस्प है। उसी तरह से जैसे लगान फिल्म में जब गांव वालों की टीम प्रैक्टिस कर रही होती है, तो एक गेंद दूर लुढ़क जाती है, वहां खड़ा कचरा गेंद को फेंकता है वो गेंद ऐसा टर्न करती है कि आमिर खान उन्हें फिर से गेंद फेंकने को कहते हैं, कचरा की टर्न देखकर आमिर खान उन्हें अंग्रेजों के खिलाफ होने वाले लगान माफी वाले मैच में गांव वालों की टीम में ले लेते हैं।
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