ROHIT SHARMA: भारतीय क्रिकेट टीम(INDIAN CRICKET TEAM) ने एक बार फिर से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BORDER-GAVASKAR TROPHY 2023) में अपना झंड़ा बुलंद किया है। सोमवार को ऑस्ट्रेलिया (AUSTRALIA) के खिलाफ खेले गए सीरीज के चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के ड्रॉ होने के साथ ही भारत ने सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया है। रोहित शर्मा की अगुवायी में टीम इंडिया(TEAM INDIA) का शानदार प्रदर्शन जारी है, जिन्होंने एक और द्वीपक्षीय सीरीज अपने कैप्टेंसी केबिनेट में जोड़ दी है।
ROHIT SHARMA: रोहित शर्मा के नेतृत्व में टीम इंडिया ने जीती एक और सीरीज
विराट कोहली (VIRAT KOHLI) के कप्तानी से हटने के बाद से हिटमैन रोहित शर्मा टीम की कप्तानी संभाल रहे हैं, जिन्होंने लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में कप्तानी का जबरदस्त डंका बजाया है, वहीं टेस्ट क्रिकेट में उन्हें अब तक कप्तानी का ज्यादा समय नहीं हुआ है। अहमदाबाद(AHMEDABAD TEST) में खेला गया टेस्ट मैच उनकी लीडरशिप में छठा मुकाबला था, जिनमें से अब तक वो 4 मैच जीतने में कामयाब रहे हैं, तो 1 मैच में हार मिली और 1 मैच ड्रॉ रहा।
2-1 से सीरीज जीत के बाद भी कप्तानी के सवाल पर रोहित का चौंकानें वाला जवाब
भारत के इस दिग्गज सलामी बल्लेबाज का टेस्ट में भी बतौर कप्तान शानदार सफर जारी है, लेकिन भारत और ऑस्ट्रेलिया (INDIA VS AUSTRALIA) के बीच खेली गई 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का अंतिम टेस्ट मैच ड्रॉ रहने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्हें कप्तानी के सवाल का सामना करना पड़ा, जहां उन्होंने वाकई में कुछ ऐसा जवाब दिया, जिससे आप ना केवल हैरान रह जाएंगे, साथ ही आपकी हंसी भी छूट पड़ेगी।
कप्तानी का विश्लेषण करने का आया सवाल, तो रोहित ने दिया ये जवाब
जी हां… हिटमैन अक्सर ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के बड़े मजेदार अंदाज में जवाब देते हैं, इसी तरह एक बार फिर से देखने को मिला। कप्तान साहब से यहां पर एक पत्रकार ने उनकी कप्तानी का विश्लेषण करने का सवाल किया। इसके बाद तो रोहित शर्मा का मजेदार जवाब सुनकर वहां बैठे तमाम पत्रकार हंसने लगे। यहां पर रोहित ने कप्तानी के विश्लेषण के सवाल पर जवाब देते हुए कहा, “चार टेस्ट मैच। पूरा विश्लेषण करना है क्या? नागपुर से यहां तक? मैं तो तीन टेस्ट मैच से करता आ रहा हूं।“
हर मैच में कप्तान के रूप में सीख रहा हूं
रोहित शर्मा ने कहा कि, “मैं अभी हर उस मैच से कप्तान के रूप में सीख रहा हूं जिसकी मैंने कप्तानी की है। अन्य फॉर्मेट की तुलना में मैंने टी20 क्रिकेट में ज्यादा कप्तानी की है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी के मामले में मुझे केवल छह मैच का अनुभव है। मैं अभी सीख रहा हूं। मेरे साथियों ने काफी क्रिकेट खेली है और वे मदद के लिए मेरे साथ हैं।“
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टेस्ट फॉर्मेट में धैर्य की जरूरत, कुछ अलग हटकर करने की रहती है कोशिश
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा कि, “जब भी मैं टीम का नेतृत्व करता हूं तो चीजों को सरल बनाए रखने की कोशिश करता हूं। मेरा ध्यान हमेशा इस पर रहता है कि मैं कुछ प्रयोग करने या कुछ अलग हटकर करने की कोशिश न करूं। बस इसे सरल बनाए रखें क्योंकि यह खेल का लंबा फॉर्मेट है और इसमें आपको धैर्य रखने की जरूरत पड़ती है।“
“आपको सही फैसले लेने में सक्षम होने की जरूरत पड़ती है और इसके लिए आपको मैदान पर शांतचित रहना होता है। जब मैं टीम की कप्तानी कर रहा होता हूं तो मैं हमेशा इन चीजों के बारे में सोचता हूं। फिर जैसा मैंने कहा कि मैं अब भी कप्तानी सीख रहा हूं। मैं इसका लुत्फ उठा रहा हूं।“
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